चंडीगढ़।
फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएसएआई), नेटवर्क फॉर पीपल ऑफ कंस्ट्रक्शन (एनपीसी), पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए) के चंडीगढ़ चैप्टर ने संयुक्त रूप से “सुरक्षित भारत का निर्माण” संगोष्ठी का आयोजन किया। यह संगोष्ठी INS/OUTS 2024 एक्सपो, परेड ग्राउंड कॉन्फ्रेंस हॉल, सेक्टर 17, चंडीगढ़ में अयोजित की गयी । एफएसएआई, चंडीगढ़ चैप्टर की सचिव गुरसिमरन कौर ने स्वागत भाषण दिया। एफएसएआई, चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष, जसज्योत सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वे निकट भविष्य में चंडीगढ़ में स्कूली बच्चों के बीच बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करने की योजना बना रहे हैं। छात्रों के बीच जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य आज के युवाओं को स्कूल स्तर से ही आपदा प्रबंधन में प्रवीण बनाना है ताकि वे प्रशासनिक मदद का इंतजार करते हुए खुद को बचा सकें और दूसरों के जीवन और संपत्ति की रक्षा कर सकें।
एफएसएआई के छात्र अध्यायों और एमओयू का विकास – कार्यान्वयन और निगरानी के अध्यक्ष सुरिंदर बाहगा ने कहा, “यहां यह उल्लेख करना उचित है कि फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन 2002 में स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है जो अग्नि सुरक्षा, जीवन सुरक्षा, सुरक्षा और भवन का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने एफएसएआई की कार्यप्रणाली स्वचालन पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी।
डॉ कनिका बंसल, प्रोफेसर और डीन, सीएसपीए, चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब ने “विरासत इमारतों में अग्नि सुरक्षा” पर मुख्य भाषण दिया।
क्लब एनपीसी ट्राइसिटी के कैप्टन इन चीफ रविजीत सिंह ने कहा कि सारा ध्यान एनपीसी को समझने और उस दृष्टिकोण पर होगा जिसके साथ वह निर्माण समुदाय में योगदान देने जा रहा है। एनपीसी प्लेटफॉर्म एक ज्ञान साझा करने के साथ-साथ नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म भी है। एफएसएआई ने भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अपने छात्र चैप्टर खोले थे। चितकारा यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक विचार-विमर्श में भाग लिया।
क्षेत्र की प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ. प्रभजोत कौर ने सत्र का समापन किया और धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में आर्किटेक्ट, इंजीनियर, बिल्डर, सलाहकार और छात्रों सहित लगभग 150 पेशेवरों ने भाग लिया। इस अवसर पर नगर निगम चंडीगढ़ के अग्नि बचाव एवं आपातकालीन सेवा विभाग के अग्निशमन अधिकारियों को सम्मानित किया गया।