शिक्षक महाआक्रोश रैली में कुलभूषण शर्मा का एलान, 10 सितंबर तक नहीं मानी गई मांगे तो सभी विधायकों व सांसदों को सौपेंगे ज्ञापन

  • -कुलभूषण शर्मा की दो टूक, सरकार इसे अनुरोध समझे, आग्रह समझे या फिर धमकाना समझ ले
    हम सरकार पूरी 55 मांगे मनवाएंगे, साथ ही कुलभूषण ने कहा कि यदि इस सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो आने वाली सरकार उनकी मांगे मानेंगी
    -कुलभूषण शर्मा ने कहा कि अगर आप है बेवफा तो हमारा भी दौर सही, आप नहीं तो ओर सही ओर नहीं ओर सही, तालियों से गूंज उठा पंडाल

अंबाला।
फेडरेशन आॅफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन एवं निसा के राष्टÑीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा द्वारा अंबाला शहर की अनाज मंडी में आयोजित की गई शिक्षक महाआक्रोश रैली में उमड़ी शिक्षकों की भीड़ ने साबित कर दिया कि सरकार ने स्कूलों की मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। शनिवार को अंबाला शहर नई अनाज मंडी में बने शैड प्रदेशभर से आए शिक्षकों से पूरी तरह भरा हुआ नजर आया। हर किसी ने कहा कि कुलभूषण शर्मा आगे बढ़ों हम तुम्हारे साथ है। हाथों में बैनर लिए निजी स्कूल संचालकों व शिक्षकों ने भारी संख्या में पहुंचकर साबित कर दिया कि वह सरकार ने अपना हक लेकर रहेंगे।

वहीं कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जिलों से आई स्कूल एसोसिएशनों ने प्रधान कुलभूषण शर्मा का अपने अपने तरीके से स्वागत किया। किसी ने शॉल दी तो किसी न तलवार भेंट करते हुए साथ देने का वायदा किया। अंबाला शहर अनाज मंडी में आयोजित की गई शिक्षक महाआक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कुलभुषण शर्मा ने कहा कि अंबाला की एतिहासिक जमीन पर इतनी भारी संख्या में शिक्षकों ने पहुंचकर साबित कर दिया है कि वह सरकार ने अपना हक छीनना जानते हैं। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि निजी स्कूल संचालकों व शिक्षकों को यदि 10 सितंबर तक उनका हक नही दिया जाता तो उसके बाद सभी सांसदों व विधायकों से मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा और यदि फिर भी स्कूलों की समस्याओं को हल नहीं किया गया तो वोट की चोट दी जाएगी। कुलभूषण शर्मा की दो टूक कहा कि सरकार इसे अनुरोध समझे, आग्रह समझे या फिर धमकाना समझ ले, हम सरकार से पूरी 55 मांगे मनवाएंगे, साथ ही कुलभूषण ने कहा कि यदि इस सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो आने वाली सरकार उनकी मांगे मानेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार ने मांगों पर ध्यान नही दिया तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मिलकर स्कूलों की मांगों को दूर करने के लिए एजेंडे में रखा जाएगा। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि अगर आप है बेवफा तो हमारा भी दौर सही, आप नहीं तो ओर सही ओर नहीं ओर सही, मंच से कुलभूषण शर्मा के इन बातों को सुनकर पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा।

फेडरेशन आॅफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन एवं निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि पिछले 10 सालों में प्रदेश भर के निजी स्कूल संचालकों से बात करने के बाद सामने आया है की करीब 55 प्रॉब्लम से निजी स्कूल संचालक परेशान है। इन परेशानियों को लेकर लगातार सरकार से इन्हें दूर करने की मांग की जाती रही है लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि शिक्षकों और निजी स्कूल संचालकों को कमजोर समझने की सरकार गलती ना करें। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकतर मांगे शिक्षा मंत्री और परिवहन मंत्री से हैं। डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि लगभग 10 वर्ष पहले हरियाणा के करीब सभी प्राइवेट स्कूलों ने भारतीय जनता पार्टी को पूरजोर समर्थन दिया था ओर पार्टी ने भी अपने घोषणा पत्र में हमसे वादा किया था कि सरकार बनने पर प्राइवेट स्कूलों कि सभी उचित समस्याओं का समाधान किया जाएगा और एक भी प्राइवेट स्कूल को नियमों का सरलीकरण कर बंद नहीं होने दिया जाएगा। हमें बेहद दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि सरकार ने इक्का दुक्का मांगों को छोड़कर पिछले 10 सालों में किसी भी बात पर ध्यान नहीं दिया।

कुलभूषण शर्मा ने बताया कि प्राइवेट स्कूल लगभग पिछले दस वर्षों से सरकार द्वारा अनुमोदित 134ए के तहत वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे है ओर सरकार कि तरफ सभी स्कूलों कि खरबों रुपए की राशि बकाया पड़ी है। 2022-23 में हरियाणा सरकार ने चिराग योजना शुरू की, जिसके भुगतान की राशि प्राईमरी तक 700 रुपए, मिडल तक 900 रुपए ओर 9वीं से 12वीं तक 1100 रुपए तय किए गए। हमारा आपसे निवेदन है कि दिल्ली सरकार जब 2700 रुपए प्रति विद्यार्थी प्रति माह गरीब बच्चों कि पढ़ाई के लिए दे रही है तो हरियाणा सरकार कोर्ट के आदेशों को मानते हुए प्रति विद्यार्थी राशि तय करें ओर 10 वर्षों से लंबित बुघतान को अविलम्ब विद्यालयों को जारी करें। डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्कूल संचालकों से वादा किया था कि स्कूलों को बिना किसी शर्त एक प्वाइंट अपग्रेड किया जाएगा, लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी वादा पूरा नही किया गया। डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा बच्चों को बस में विद्यालय आने पर लगा हुआ पैसेंजर टैक्स पूर्णतय सौ प्रतिशत खत्म कर दिया था, लेकिन बीजेपी सरकार ने 20 रुपए प्रति माह प्रति विद्यार्थी पैसेंजर टैक्स लगा दिया गया जो पूर्णतया अनुचित है।

डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि हरियाणा के जिले जैसे जींद व अन्य जिनमें एनसीआर की किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है, लेकिन उन्हें एनसीआर घोषित कर दिया गया है, जिस कारण वहां चलने वाले बसों कि लाइफ 10 वर्ष कर दी गई है ऐसे में खासकर इन जिलों के गांव में चल रहे कम फीस लेने वाले विद्यालयों के लिए भयंकर समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे जिलों में स्कूल बसों की लाइफ 2 वर्ष बढ़ाकर प्राइवेट स्कूलों को राहत प्रदान की। इस अवसर पर महासचिव बलेदव सैनी, वरुण जैन, कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, मुख्य सरंक्षण विजय टिटौली, मुख्य सलाहकार नरेश बराड़, तरसेम जिंदल, बीडी गाबा सरंक्षक, उपाध्यक्ष राजेश मुंजाल, अमित मेहता, जितेंद्र ढांडा, देसराज, सचिव कुलदीप शर्मा, जयबीर संधु, दीपक नारंग, दिनेश जोशी, महिपाल कौशिक, रविंद्र शहरावत, कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र सैनी, राजेश मदान, रणधीर सैनी, भूपेंद्र जैन, नरेश राठी, प्रदीप, अंबाला जिला प्रधान के पीके सिंह, विशाल चुग, इंद्रदीप मेहता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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